संवाददाता
लखनऊ। गोलागंज स्थित मकबरे आलिया में अंजुमने नूरे हुसैन की जानिब से आयोजित मजालिसे अज़ा को मौलाना सय्यद राहिब हसन संबोधित कर रहे हैं।
मौलाना ने रसूल की हदीस को पढ़ते हुए कहा इमाम हुसैन नजात की कश्ती हैं जो इस कश्ती पर सवार हो गया वो नजात पा जाएगा और जो इस पर सवार नहीं हुआ वो हलाक हो जाएगा।
मौलाना ने अज़ादारी की अज़मत बताते हुए कहा कि अज़ादारी सिर्फ एक कौम नहीं बल्कि सारी कौमे करती हैं और इस फर्शे अज़ा पर हर आने वाले को सुकून मिलता है।
अंत में मौलाना ने करबला में इमाम हुसैन के काफिले के पहुंचने के दर्दनाक मसाएब पढ़े जिससे अज़ादारों में कोहराम मच गया और फूट फूट कर रोने लगे।
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