संवाददाता
लखनऊ। इण्डियन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी एस.एल. जैन ने आज इंडियन बैंक के हजरतगंज परिसर में आयोजित ऋण संवर्धन कार्यक्रम' में ग्राहकोंको रु105 करोड ऋण की संस्वीकृति और रु75 करोड़ का ऋण संवितरण किया। इस 'ऋण संवर्धन कार्यक्रम' से प्रदेश के 250 ग्राहकों को ऋण सुविधा प्राप्त हुई है। जैन ने ऋण संवर्धन कार्यक्रम' के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया के संवाददाताओं नेभी बात की एवं उनके प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने हजरतगंज परिसर के कार्यक्रम स्थल में ही लगाए गए एसएचजी स्टॉल में गए तथा स्टॉल में उपस्थित ग्राहकों से बातचीत की। इस कार्यक्रम मे विकास कुमार, मुख्यमहाप्रबंधक (रिटेल एसेट, कॉर्पोरेट कार्यालय), पंकज त्रिपाठी,क्षेत्र महाप्रबंधक (लखनऊ) उपस्थित थे।
जैन 18/11/2023 से 22/11/2023 तक चार दिनों के लिए उत्तर प्रदेश के आधिकारिक दौरे पर प्रदेश आए हुए हैं जिसमें वे प्रदेश के विभिन्न शहरों (वाराणसी, अयोध्या,श्रावस्ती, बहराइच एवं सीतापुर) में इसी प्रकार के ऋण संवर्धन कार्यक्रम, प्रेस-वार्ता, ग्राहक-बैठक, ऋण-मेला आदि में भाग लेगें।उन्होंने कहा कि हमारी योजना सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के व्यापारियों को आसान ऋण प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना, प्रधानमंत्री रोज़गार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा योजना एवं स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ऋण संवर्धन कार्यक्रमका आयोजन करके इन तीन दिनों में कुल 300 सौ करोड़ रुपये ऋण के संवितरण करने की है। इस कार्यक्रम से लगभग प्रदेश के 1500 ग्राहक लाभान्वित होंगे। इस कार्यक्रम में जैन द्वारा प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमायोजनाके लाभार्थी को रु2लाख का चेक भी प्रदान किया गया। लखनऊ में आयोजित इस ऋण संवर्धन कार्यक्रममेंअंचल प्रबंधक प्राणेश कुमार (लखनऊ) सहितप्रदेश के विभिन्न अंचलों के अंचल प्रबंधक विवेक (कानपुर), संतोष महाराणा (झांसी), हेमंत मिश्रा (गोंडा), मिथिलेश कुमार (लखीमपुर खीरी) एवं घनश्याम कुमार (हमीरपुर) ने भाग लिया।
इंडियन बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी के प्रदेश दौरे का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के विकास से संबंधित विभिन्न केंद्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं में बैंक की भूमिका एवं अधिकाधिक भागीदारी के साथ ग्राहकों से सीधी बातचीत के द्वारा व्यवसाय संवर्धन करानाऔरडिजिटल बैंकिंग को ग्राहकों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए जागरूकता लाना है।जैन ने कहा कि प्रदेश के विकास में हम अपने बैंक की भूमिका को और भी सशक्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला देश का पहला राज्य बनाने के अभियान में अपना योगदान देकर हम स्वयं को गौरवान्वित करना चाहते हैं। उन्होंने ने बताया कि इंडियन बैंक द्वारा प्रदान की जा रही विभिन्न ऋण उत्पादों और सेवाओं जैसे गृह निर्माण ऋण, वाहन ऋण, इंड जीएसटी, जमा/ बीमा के बदले ओडी ऋण, पीएपीएल, शिशु मुद्रा, ग्रामीण केसीसी आदि को भी अब डीबीयूके माध्यम से डिजिटली प्रदान किए जाने पर विशेष बलदिया जा रहा है ताकि डिजिटल बैंकिंग को तेजी से बढाया जा सके। जैन ने कहा कि हमने अपना ध्यान राज्य के निवेशकों पर केन्द्रित किया है ताकि हम उनकी आवश्यकताओं, चुनौतियों और समस्याओं को समझ सकें तथा विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों के लिए उनकी आवश्यकता केअनुसार विशेषीकृत उत्पाद डिजाइन कर सकें ।
उत्तरप्रदेश में इण्डियन बैंक अपनी 1081 शाखाओं सहित कुल 4684 बैंकिंग आउटलेट के विशाल नेटवर्क के माध्यम सेअपने 3.50 करोड़ ग्राहकों को आधुनिकतम बैंकिंग सेवाएँ उपलब्ध करवा रही है।
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