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लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्मदिवस पर एक गोष्ठी का हुआ आयोजन

संवाददाता लखनऊ

लखनऊ।लोकनायक जयप्रकाश नारायण के जन्म दिवस पर हुआ एक गोष्ठी का  आयोजन  के. सी. जैन एडवोकेट नेता/ प्रवक्ता भाजपा अध्यक्ष जे.पी वाहिनी के द्वारा संगीत नाटक अकादमी गोमती नगर  लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में  सुरेश खन्ना वित्त मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार व‌ अति विशिष्ट अतिथि के रूप में दानिश आजाद अंसारी मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार एवं डॉ. लाल जी निर्मल एमएलसी, सुनीता बंसल सदस्य उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग, सर्वेश चंद्र द्विवेदी कार्यकारी निदेशक राष्ट्र धर्म पत्रिका, कुलदीप पति त्रिपाठी अपर महाधिवक्ता हाई कोर्ट लखनऊ, अशोक पांडे वरिष्ठ नेता  भाजपा,सत्य प्रकाश सदस्य उत्तर प्रदेश आयोग, सरदार परविंदर सिंह सदस्य अल्पसंख्यक आयोग व अन्य गणमान्य लोग  मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरुआत लोकनायक जयप्रकाश नारायण  के चित्र पर माल्यार्पण कर व पुष्पांजलि अर्पित कर एवं गणमान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर की गई कार्यक्रम के आयोजक के सी जैन ने मंच पर उपस्थित सभी  गणमान्य अतिथियों का माल्यार्पण कर व अंग वस्त्र भेटकर  स्वागत सम्मान किया ।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि आज के समय में लोकनायक जयप्रकाश नारायण  के विचारों की महत्ता बढ़ गई है आज जरूरत इस बात की है कि जात-पात धर्म संप्रदाय के भेदभाव को भुलाकर सबका साथ सबका विकास का मंत्र लेकर हम सबको आगे बढ़ना चाहिए ,आज भारत देश विश्व की पांचवी अर्थव्यवस्था बनकर  उभरा है यह हमारे लिए गर्व की बात है लेकिन कुछ लोग राजनीतिक स्वार्थ के कारण देश को जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर बांटना चाहते हैं। जरूरत इस बात की है की जो लोग आज भी आर्थिक रूप से पिछड़े हैं गरीबी का जीवन जी रहे हैं उनका विकास करके उनके लिए योजनाएं बनाकर समाज की मुख्य धारा में जोड़ने की आवश्यकता है और यह कार्य उत्तर प्रदेश की सरकार व केंद्र की सरकार लगातार प्रयास कर रही है की इस तरह की विसंगतियों को दूर किया जाए और साथ ही कार्यक्रम के आयोजन के सी जैन को  जयप्रकाश नारायण के जन्म दिवस पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे आयोजन होते रहने चाहिए।   आयोजक के सी जैन ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की सप्त क्रांति की आवश्यकता आज भी है वह चाहे राजनीतिक क्रांति हो सामाजिक क्रांति आर्थिक क्रांति हो या अन्य क्रांति। जयप्रकाश नारायण कभी भी सत्ता और ताकत के सामने नहीं झुके ,वह हमेशा सच्चाई के लिए व भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलनरत रहे ।देश के प्रधानमंत्री के पद पर बैठी इंदिरा गांधी के खिलाफ आंदोलन करना सामान्य बात नहीं थी। और जब इंदिरा गांधी को न्यायालय द्वारा अयोग्य घोषित कर दिया गया और जयप्रकाश नारायण ने एक बड़ा आंदोलन छेड़ा तब इंदिरा गांधी की सरकार द्वारा आपातकाल लगा दिया गया ,और जब गैर कांग्रेसी सरकार आपातकाल के बाद बनी तब लोकनायक जयप्रकाश नारायण सत्ता से दूर रहे वह कभी भी सत्ता लोलूप नहीं रहे। कार्यक्रम में भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने 20 से अधिक छात्रों को मोमेंटो व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया साथ ही साथ गौ सेवा, समाज सेवा व जीव दया के क्षेत्र में कार्य करने वाले 25 से अधिक लोगों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जितेंद्र  एडवोकेट,डॉक्टर अनमोल जैन, मनोज,राम सुरेश,जितेंद्र,राकेश गुप्ता,आनंद जी,दीपक, देवबृत ,राजकुमार ,शेफाली मुकेश,नेहा,रमेश, राजकुमार,नीलम आदि बड़ी संख्या में जेपी वाहिनी के कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।

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