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यौनिक प्रजनन स्वास्थ्य में पुरुषों की भागीदारी जरुरी

 संवाददाता 

 लखनऊ । सहयोग संस्था द्वारा प्रजनन स्वास्थ्य में पुरुषों की भागीदारी परियोजना की शेयरिंग होटल हेरिटेज में की गई इस दौरान सहयोग  से टीम मैनेजर  प्रवेश वर्मा ने बताया की प्रजनन स्वास्थ्य के मुद्दों में पुरुषों की भागीदारी को लेकर 4 जिलों में पुरुषों के साथ कार्य किया गया ! इस परियोजना की उपलब्धियां और सीख यह रही की  कार्यक्रम से पुरुषों में महिलाओं के प्रति सम्मान और अवसरों में समानता तथा जेंडर सोशल नॉर्म्स को चुनौती देना तथा इसके अलावा परिवार नियोजन में भागीदारी ,महिला स्वास्थ्य में देखरेख व माहवारी जेसे मुद्दों में चुप्पी टूटी है ।प्रोग्राम मैनेजर अन्वेषा ने बताया की ग्रामीण स्वास्थ्य स्वछता व पोषण दिवस में मिलने वाली सुविधाओं में सुधार हुआ साथ ग्रामीण स्वास्थ्य स्वछता व पोषण समिति के सदस्य जागरूक हुए हैं और अंटाइड फण्ड का सही इस्तेमाल व समय पर इस्तेमाल भी करनें लगे हैं। डॉ अमित सिंह, संयुक्त निदेशक ट्रेनिंग ने कहा की हेल्थ एंड वेलनेश सेण्टर पर काफी सारी सुविधाए मिल रही हैं जिसके बारे में लोगों को जागरूक होना चाहिए और सेवाएँ लेनी चाहिए ।
डॉ मनोज शुक्ल जनरल मैनेजर RKSK एंड RI ने सरकार द्वारा चलायें जा रहे साथिया व IMI कार्यक्रम के बारे बताया कि इसके  तहत 2-5 साल के बच्चों का टीकाकरण करवाया जाता है। परिवार नियोजन की जिम्मेदारी महिलाओं के साथ पुरुषों को भी लेने की जरुरत है। सहयोग का यह प्रयास सराहनीय है की पुरुषों को भी जोड़ा जा रहा है ! डॉ उदय प्रताप संयुक्त निदेशक परिवार कल्याण ने अपनी बात रखते हुए बताया की महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त होना होगा और प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रांतियों को तोड़ना होगा।समर्रेन्द्र सिंह उप निदेशक PSI ने कहा की परिवार नियोजन को लेकर पुरषों को जवाबदेह बनना होगा और अपनी सहभागिता बढ़ानी होगी साथ महिला स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील होना पड़ेगा ।रेनू मिश्रा निदेशक आली संस्था ने MTP एक्ट और पोक्सों कानून  के बारे रखा की इसके बारे में लोगों को जानकारी होना चाहिए साथ कहा की हिंसा और स्वास्थ्य को हम अलग नही देख सकते है अगर कोई हिंसा का मामला है तो वह डॉ के पास जायेगा जो की स्वास्स्थ्य  सेवा के साथ उसकी रिपोर्ट महिला को न्याय दिला सकती है । साथ ही महिला का स्वास्थ्य है इसलिए किसी भी मामले में निर्णय लेना महिला को हक होता है ।सतीश कुमार सिंह सीनियर सलाहकार CHSJ न्यू दिल्ली ने कहा की हम लोगों ने २००३ में जब पुरुषों के साथ कार्य शुरु किया था उस समय से हम लोगों ने इसपर चर्चा शुरु की थी , सहयोग का SRHR के मुद्दे पर  पुरुषों के साथ यह प्रयास बहुत भी महत्वपूर्ण है और आगे भी पुरुषों के साथ महिला स्वास्थ्य पर उनकी चुप्पी तोड़ने की जरुरत है।इस दौरान सिद्दार्थ नगर ,वाराणसी, जालौन और बाराबंकी के समानता साथी , प्रधान तथा लखनऊ के अन्य स्वास्थ्य के मुद्दों पर कार्य करने वाली संस्थाओं सहित100 लोगों ने प्रतिभाग किया।कार्यक्रम का संचालन सहयोग की टीम मैनेजर सुनीता सिंह द्वारा किया।


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