लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा की अध्यक्षता में गुरुद्वारा सदर में किया गया प्रेस वार्ता का आयोजन

 
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 संवाददाता लखनऊ 

 राजेन्द्र सिंह वग्गा ने अवगत कराया कि दो दिन पूर्व गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब, पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों एवं अन्य लोगों द्वारा मदिरापान नाच गाना डी. जे. आदि गुरुद्वारा परिसर के निकट किया गया जो की अत्यंत दुखदायी और भावनाओं को आहत करने वाला कृत्य है।
श्री हरपाल सिंह जग्गी महामंत्री लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष गुरुद्वारा सदर ने कहा कि गुरुद्वारा परिसर के आसपास मदिरापान नाच गाने मांस का सेवन एवं अन्य नशीले पदार्थ का सेवन सिख रहित मर्यादा के अंतर्गत सख्ती से मना है। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब श्री गुरु नानक देव जी महाराज के जीवन का आखिरी पड़ाव था व एक पवित्र स्थान है। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी महाराज का प्रकाश एवं समाधि स्थल गुरुद्वारा साहिब में बना है देश-विदेश से श्रद्धालु बड़ी आस्था के साथ यहां आते हैं। पाकिस्तान के अधिकारियों का यह कुकृत्य न केवल सिखों बल्कि अन्य समाज के लोगों में भी रोष उत्पन्न कर रहा है जो भारत जैसे महान देश में साथ रहते हैं और एक दूसरे का सम्मान करते हैं।
पाकिस्तान में सिख धर्म के तिरस्कार की यह पहली घटना नहीं है, पूर्व में भी खैबर पख्तूनख्वा एवं पाकिस्तान के अन्य क्षेत्रों में ऐतिहासिक गुरुद्वारों को तोड़ा गया एवं आतंकवादी संगठनों द्वारा अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, ईसाई मतों के अनुयायियों को प्रताड़ित किया जाता रहा है ।
सिन्ध प्रांत में भी पंजाबी एवं सिंधियों पर उनको अपने धार्मिक आस्थाओं का पालन करने पर भी पाबंदी पाकिस्तान की एजेंसियों द्वारा लगाई जाती है ताकि पाकिस्तान में रह रहे हिंदू सिख एवं ईसाइयों का पलायन हो जाए। पाकिस्तान द्वारा निरंतर भारत की अखंडता को ध्वस्त करने की साजिश पाकिस्तान की आई0 एस0 आई0 एजेंसी द्वारा रची जाती रही है। न्यूयॉर्क में सिख रेफरेंडम के तहत गुरपतवंत सिंह पन्नू जैसे आतंकवादी को पाकिस्तान की एजेंसी द्वारा समर्थन प्राप्त है जिससे कि भारत में सदियों पुराने भाई चारा पर कुठाराघात किया जा सके। 
सरदार सतपाल सिंह मीत प्रवक्ता ने अवगत कराया कि लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी द्वारा एक ज्ञापन पत्र माननीय प्रधानमंत्री एवं एक पाकिस्तान की एंबेसी को लिखा जा रहा है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सम्मान के प्रति पाकिस्तान सरकार को कटिबद्ध होना पड़ेगा एवं गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जैसे ऐतिहासिक स्थल को सुरक्षित एवं पवित्र रखने का दायित्व पाकिस्तान को निभाना होगा।
 इस वार्ता में सरदार तेजपाल सिंह रोमी, सरदार इंदर सिंह छाबड़ा, सरदार हरमिंदर सिंह टीटू ,सरदार परमजीत सिंह लाली, सरदार सुरेंद्र सिंह, सरदार दलजीत सिंह टोनी आदि गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।
जसबीर सिंह
मीडिया मैनेजर
9807440441

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