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संवाददाता। लखनऊ 
श्री रामस्वरूप स्मारक विश्वविद्यालय के प्रबंधन, वाणिज्य और अर्थशास्त्र संस्थान ने उच्च शिक्षा में सार्वभौमिक मानव मूल्यों पर एक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया। इसका मुख्य उद्देश्य समग्र, मानवीय शिक्षा की साझा दृष्टि को विकसित करना था, खासकर उच्च शिक्षा संस्थानों में। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य विज्ञानियों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और प्रैक्टिशनर्स को सार्थक बहस में शामिल करने का था, जो सार्वभौमिक मानव मूल्यों के संदर्भ में व्यापार और प्रबंधन को प्रभावित कर रहे हैं। मानव मूल्यों में समावेश अथवा विलोपन, अर्थव्यवस्था और मानव कल्याण, मूल्यों के प्रभाव को मापना और मूल्यों का समर्थन, मानव समाज और शिक्षा, व्यापार प्रथाओं का सार्वभौमिक मानव मूल्यों के साथ समरूपीकरण, उच्च शिक्षा में सतत विकास, नैतिक विचार और व्यापार प्रथाएँ जैसे विषयों पर उपनिवेशित विचार प्रस्तुत किए गए। सेमिनार के मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) अरुण कुमार शुक्ला, निदेशक, अंतर्राष्ट्रीय विशेष शिक्षा संस्थान, लखनऊ थे। प्रमुख अध्यागमनकर्ता प्रोफेसर (डॉ.) मनीषा शुक्ला, एसोसिएट प्रोफेसर, रसायन विज्ञान विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ थीं। विशेष अतिथि प्रोफेसर (डॉ.) बी. एल. बाजपाई, पूर्व प्रोफेसर व्यावसायिक प्रशासन विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ थे। सेमिनार में डॉ। डी. के. वर्मा और श्री गौरव मिश्रा ने भाग लिया। इस सेमिनार में 100 से अधिक प्रतिभागी उपनिवेशित थे जो विभिन्न उपविषयों पर पेपर प्रस्तुत करते थे, जैसे समाज का मूल्य आकार, मूल्य शिक्षा, आर्थिक प्रणालियाँ और मानव कल्याण, मूल्यों के प्रभाव का मापन और मूल्यों का समर्थन, मानव समाज और शिक्षा, व्यापार प्रथाओं का सार्वभौमिक मानव मूल्यों के साथ संगती, उच्च शिक्षा में धार्मिक परिवेशन और व्यावसायिक प्रथाएँ। सेमिनार का अध्यक्ष प्रोफेसर देवेंद्र शर्मा, उपाध्यक्ष, एसआरएमयू, प्रोफेसर नीरजा जिंदल, रजिस्ट्रार, एसआरएमयू, प्रोफेसर (डॉ.) आशुतोष बाजपाई, निदेशक, आईएमसीई थे। डॉ। निधि शुक्ला, डॉ। वीणा सिंह, डॉ। मधु दीक्षित, डॉ। कविता सिंह, डॉ। प्रियंका श्रीवास्तव, श्री प्रशांत अवस्थी, श्रीमती आरती दास, डॉ। स्वाति यादव ने सेमिनार को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इम्सी के सभी छात्रों ने इस घटना को एक महान सफलता बनाने के लिए अपना अथक समर्थन प्रदान किया।

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