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बड़े ऑपरेशन टाल सकती है फिजियोथेरेपी: ब्रजेश पाठक


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 संवाददाता।
 - फिजियोथेरेपी के 5वें राष्ट्रीय सम्मेलन UPCON2024 का अटल बिहारी वाजपेई साइंटीफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजन

लखनऊ। अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कंवेंशन सेंटर में फिजियोथेरेपी के 5वें राष्ट्रीय सम्मेलन UPCON2024 का आयोजन "चलो फिजियो की राह पर चलें" की थीम पर हुआ। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री ब्रजेश पाठक ने सम्मेलन का शुभारंभ दीप जलाकर किया।
उपमुख्यमंत्री ने UPCON2024 के सम्मेलन में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजीव के झा, डॉ सुदीप सक्सेना और डॉ नम्रता सूरी इस थीम पर सम्मेलन करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के इलाज में फिजियोथेरेपी जरूरी होती है। इससे कई बार बड़े-बड़े ऑपरेशन से बचाने में भी सफलता मिलती है। फिजियोथेरेपी के साथ ही उन्होंने व्यायाम पर ध्यान दिलाते चिकित्सा संस्थानों के साथ शैक्षणिक संस्थानों में भी इसकी भूमिका बढ़ाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इस दिशा में सरकार भी काम कर रही है।
उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष,अपर्णा यादव ने फिजियोथेरेपी का दैनिक जीवन में   इस्तेमाल पर अधिक ज़ोर दिया।
 डॉ. संजय शुक्ला ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि फिजियोथेरेपी का सही उपयोग करके काफी लोगों को घुटने के प्रत्यारोपण से बचाया जा सकता है। फिजियोथेरेपिस्ट पूरा प्रयास करते हैं कि घुटना अपने वास्तविक स्वरूप में वापस आ जाए। डॉ. सुदीप सक्सेना ने बताया कि नई तकनीक ने फिजियोथेरेपी को और अधिक कारगर बनाया है। लेजर थेरेपी ऐसी ही एक तकनीक है। इसमें लेजर के माध्यम से लोगों को शरीर के विभिन्न अंगों के दर्द से निजात दिलाई जाती है। डॉ. नम्रता सूरी ने बताया कि कपिंग थेरेपी इस समय लोगों में काफी पसंद की जा रही है। इसमें शरीर पर क्रीम लगाकर दबाव के माध्यम से कप चिपका दिए जाते हैं। इसके बाद उनको इधर-उधर खिसकाया जाता है। इससे मांसपेशिशयां मजबूत होती हैं तथा दर्द भी कम हो जाता है। डॉ. वीएम पाठक ने फिजियोथेरेपी में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की भूमिका पर  प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नई तकनीक से यह पता लगाया जा सकता है कि व्यक्ति के किस अंग में समस्या है या फिर होने वाली है। डॉ. संजीव झा ने रोबोटिक के माध्यम से फिजियोथेरेपी की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि फिजियोथेरेपी की भूमिका को देखते हुए अब बड़ी कंपरियां इस क्षेत्र में शोध के लिए निवेश भी कर रही हैं। डॉ. रुचि वार्ष्णेय विभिन्न प्रकार के बैंड के माध्यम से हाथ, कमर, पीठ, गले और घुटने का दर्द दूर करने के तरीकों पर चर्चा की।
डॉ विष्णु मूर्ति पाठक द्वारा भी बैठे सभी अथितियों का धन्यवाद करते हुए 5वें राष्ट्रीय सम्मलेन UPCON2024 पर फिजियोथेरेपी के माध्यम से सभी शरीर को स्वस्थ रखने पर अथितियों का ध्यान आकर्षित किया और युवाओं को इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिए उत्साहित किया गया। इस मौके पर विभिन्न कंपनियों ने फिजियोथेरेपी के आधुनिक उपकरण के स्टाल भी लगाए।
इस मौके पर शहर के फिजियोथेरेपिस्टों को विभिन्न टाइटल के साथ सम्मानित किया गया। शैक्षिक और सांस्कृतिक प्रदान करने वाले इस सम्मलेन से एक दिन पहले 23 नवंबर 2024 को भारत के प्रसिद्ध प्रो. संजीव के. झा और इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के अध्यक्ष द्वारा "मायोफेशियल पेन सिंड्रोम"द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था।
सम्मेलन में विभिन्न शहरों से आये फ़िज़ियोथेरेपिस्ट समेत भारी मात्रा में छात्र व छात्राएं उपस्थित रहे।

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