उत्तर प्रदेश: नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर

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संवाददाता। लखनऊ 
भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा उत्तर प्रदेश नव एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (UPNEDA)* के सहयोग से *क्लीन एनर्जी समिट 2025* का आयोजन 8 जुलाई 2025 को लखनऊ में किया गया। इस वर्ष के समिट का मुख्य विषय था: “उत्तर प्रदेश: नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर।”
इस शिखर सम्मेलन में सरकार, उद्योग एवं अकादमिक जगत के प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया और उत्तर प्रदेश में स्वच्छ ऊर्जा को तेज़ी से अपनाने हेतु व्यावहारिक रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया। नीति-निर्माताओं, नवीकरणीय ऊर्जा विशेषज्ञों, उद्यमियों एवं निवेशकों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली, जिन्होंने राज्य की क्लीन एनर्जी रोडमैप और सतत आर्थिक विकास में उसकी भूमिका पर चर्चा की।
उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में *श्री नरेंद्र भूषण, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत एवं अध्यक्ष, UPNEDA, उत्तर प्रदेश सरकार* ने शिरकत की। श्री आशीष गोयल, आईएएस, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL), उत्तर प्रदेश सरकार, कार्यक्रम के गेस्ट ऑफ ऑनर थे। श्री इंदरजीत सिंह, आईएएस, निदेशक, UPNEDA, विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
सम्मेलन की अध्यक्षता श्री विनम्र अग्रवाल, समिट चेयरमैन एवं संयुक्त प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, टेक्निकल एसोसिएट्स लिमिटेड ने की।
समारोह को संबोधित करते हुए *श्री नरेंद्र भूषण* ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, जहाँ सौर ऊर्जा, जैव ऊर्जा और अन्य हरित स्रोतों को बढ़ावा देने के लिए नीतियाँ तेजी से आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की ऊर्जा नीति का उद्देश्य सभी नागरिकों को सस्ती, विश्वसनीय और पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा उपलब्ध कराना है। बुंदेलखंड को सोलर हब के रूप में विकसित करने जैसी पहलें न केवल ऊर्जा उत्पादन बढ़ा रही हैं, बल्कि रोजगार सृजन और किसानों की आय में भी वृद्धि कर रही हैं। उन्होंने यह भी जोर दिया कि राज्य सरकार कौशल विकास, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बैटरी स्टोरेज जैसी नई तकनीकों को अपनाने तथा नवाचार को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है। यह ऊर्जा क्रांति उत्तर प्रदेश को एक स्वच्छ, हरित और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर अग्रसर कर रही है।
इस अवसर पर *श्री आशीष गोयल* ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश में सबसे प्रतिस्पर्धी बिजली दरों वाले राज्यों में से एक है, जो न केवल उद्योगों बल्कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जैसे उभरते क्षेत्रों के लिए भी एक महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है। इसी दृष्टिकोण के तहत, हम पूरे राज्य में एक व्यापक ईवी चार्जिंग इकोसिस्टम स्थापित करने की दिशा में सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं। इस पहल के अंतर्गत प्रमुख शहरी क्षेत्रों और हाईवे कॉरिडोर में एक रणनीतिक भूमि बैंक तैयार किया जा रहा है, जिससे चार्जिंग स्टेशनों की सहज स्थापना सुनिश्चित की जा सके।
*श्री इंदरजीत सिंह* ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश अपनी ऊर्जा प्रणाली में एक परिवर्तनकारी बदलाव का साक्षी बन रहा है, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा इस बदलाव के केंद्र में है। UPNEDA में हमारी दृष्टि राज्य के उस लक्ष्य के अनुरूप है, जिसमें हर नागरिक के लिए सुलभ, सस्ती और सतत ऊर्जा सुनिश्चित करना प्रमुख उद्देश्य है। हम बड़े पैमाने पर सौर ऊर्जा परियोजनाओं, विकेंद्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा समाधानों और जैव ऊर्जा पहलों को तेज़ी से आगे बढ़ा रहे हैं, जो न केवल घरों और उद्योगों को ऊर्जा प्रदान कर रहे हैं, बल्कि हरित रोजगार सृजित करने और ग्रामीण आजीविका को सशक्त करने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।
*डॉ. उपासना अरोड़ा, चेयरपर्सन, CII उत्तर प्रदेश एवं प्रबंध निदेशक, यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल्स* ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्रांति में तेज़ी से अग्रणी राज्य के रूप में उभर रहा है, जिसे प्रचुर सौर ऊर्जा संभावनाओं, प्रगतिशील नीतियों और मज़बूत औद्योगिक आधार का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा कि CII जैसे मंच इस सकारात्मक गति का लाभ उठाने, प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाने और उत्तर प्रदेश को हरित ऊर्जा और नवाचार का राष्ट्रीय अग्रदूत बनाने के लिए एक संयुक्त रोडमैप तैयार करने का अवसर प्रदान करते हैं।
*श्री विनम्र अग्रवाल, समिट चेयरमैन एवं जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ, टेक्निकल एसोसिएट्स लिमिटेड* ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज स्वच्छ ऊर्जा निवेश के लिए एक आकर्षक अवसर प्रस्तुत करता है, जिसे मज़बूत नीति समर्थन, कम लागत वाली बिजली और टिकाऊ विकास के प्रति बढ़ती प्रतिबद्धता बढ़ावा दे रही है। राज्य में सौर एवं जैव ऊर्जा की भरपूर संभावनाएं हैं और सरकार की ओर से टैक्स प्रोत्साहन और आधारभूत संरचना में सहूलियत जैसे कदम, इसे एक स्वच्छ ऊर्जा हब के रूप में विकसित करने की दिशा में सहायक हैं। CII क्लीन एनर्जी समिट इस सकारात्मक गति को दिशा देने, उद्योग और सरकार को एकजुट करने, और उत्तर प्रदेश को नेट ज़ीरो की ओर भारत की यात्रा में एक स्वच्छ ऊर्जा शक्ति केंद्र बनाने के लिए एक उपयुक्त मंच प्रदान करता है।
*श्री संजय गुप्ता, चीफ बिज़नेस ऑफिसर, जैकसन ग्रुप* ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विशेषता इसकी सक्रिय और दूरदर्शी नीतिगत ढांचा है, जिसमें आकर्षक टैक्स इंसेंटिव्स, पूंजी सब्सिडी और निवेशकों के अनुकूल नियम शामिल हैं। इन उपायों ने जैकसन ग्रुप जैसी कंपनियों के लिए राज्य में अपने नवीकरणीय ऊर्जा निवेश और विस्तार की संभावनाओं को साकार करने के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया है| 
इस समिट में 150 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों ने सहभागिता की।

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