सरदार पटेल के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया
...
लखनऊ/संवाददाता
भारतीय समाज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उ.प्र. पशुधन विकास परिषद के सदस्य नारायण राजभर ने कहा कि लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की सोच थी कि स्वतंत्र भारत में किसान,मजदूर और गरीब संविधान के संरक्षण में सम्मान का जीवन जियें।हर नागरिक समता, बन्धुत्व और न्याय का अधिकारी हो। राजभर भारतीय समाज दल द्वारा लौहपुरुष सरदार पटेल की जयंती के तउपलक्ष्य में बृहस्पतिवार को यहां दारुलशफा में आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
राजभर ने कहा कि लौहपुरुष ने सभी रियासतों का विलय कर वृहद भारत का निर्माण किया। उन्होंने वंचित वर्गों के विकास के लिए समुचित आरक्षण व्यवस्था भी करायी। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम लड़ने वाली क्रिमिनल ट्राइब एक्ट 1871 में शामिल जातियों के वंशजों को सेनानी पेंशन दिलाने की वकालत की थी, जिसे तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने दबा दिया था। भारत यदि सरदार पटेल के आदर्शों पर बना होता तो आज दुनिया की सबसे बड़ी ताकत होता।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेश जे. सिंह ने कहा कि वास्तविक भारत निर्माता सरदार पटेल ही थे। वह प्रधानमंत्री होते तो भारत का स्वरूप कुछ और होता। राष्ट्रीय महासचिव सुशील कुमार पाण्डेय ने कहा कि भारत के राष्ट्रीय एकीकरण के नायक सरदार पटेल ही थे। महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष प्रीति वर्मा ने कहा कि सरकारें यदि सरदार पटेल के आदर्शों पर चलें तो किसान,मजदूर, गरीब सभी खुशहाल रहेंगे।
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अबू शाद कुरैशी, कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष सुशील प्रताप सिंह, प्रदेश सचिव संतोष पाल, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकी खान ने भी सभा को सम्बोधित किया। संचालन विशम्भर नाथ तिवारी ने किया।
बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश भारद्वाज,संगठन मंत्री प्रमोद यादव, प्रदेश सचिव प्रदीप मिश्र,उपाध्यक्ष महिला सुमनलता प्रदेश,मीडिया प्रभारी एवं बस्ती जिलाध्यक्ष सुभाष मिश्रा,अवध क्षेत्र प्रभारी शेषनाथ, जिलाध्यक्ष राकेश बहादुर सिंह, जिलाध्यक्ष रामनिवास लोधी, जिलाध्यक्ष रायबरेली रामनरेश राजपूत,हरिकिशन पासी,मनोज सरोज, एडवोकेट सुमन सिंह आदि लोगों सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया।
0 Comments